Crime: महंगा नशा व शौक पूरा करने राह चलती महिलाओं के मंगलसूत्र व कानों के टॉप्स तोड़ने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश
Gang that used to break Mangalsutra and ear tops of women walking on the road to fulfill their expensive drug addiction and hobbies
जयपुर/कोटा, 30 अगस्त। कोटा जिले की दादाबाड़ी थाना पुलिस टीम ने नशे की महंगी लत और शौक पूरे करने के लिए राह चलती महिलाओं के मंगलसूत्र और कान के टॉप्स तोड़कर फरार होने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो शातिर बदमाशों को सरेआम गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कोटा शहर और भीलवाड़ा में दो-दो और बूंदी में एक वारदात करना कबूल किया है। सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 28 जुलाई को शिवपुरा निवासी रामजानकी बाई ने रिपोर्ट दी कि आज दोपहर ढाई बजे आरएसी गेट के सामने गली में बाइक पर दो जने आए और उसके कान के टॉप्स तोड़कर फरार हो गए। ऐसी वारदातों को रोकने और आरोपियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सैनी और सीओ राजेश कुमार टेलर के सुपरविजन और थानाधिकारी नरेश कुमार मीना के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। गठित टीम ने संपत्ति संबंधी अपराधों में पूर्व में चालान किए गए बदमाशों से पूछताछ की। वारदात स्थल के आसपास और कोटा शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
तकनीकी सहायता व मुखबिरों की सूचना से अज्ञात आरोपियों की पहचान की गई तथा कोटा शहर व बूंदी में कई स्थानों पर लगातार दबिश देकर वारदात के आरोपी रमेश भील पुत्र प्रभु (30) व प्रकाशचंद्र पुत्र विजय बंजारा (30) निवासी कंवरपुरा थाना डाबी जिला बूंदी को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी लूट जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। एसपी दुहन ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कोटा शहर के दादाबाड़ी व नयापुरा, बूंदी के हिंडोली व भीलवाड़ा के बिजौलिया थाना क्षेत्र में चोरी की पांच वारदातें करना कबूल किया है। गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है, जिसमें और भी वारदातों के खुलासे होने की पूरी संभावना है। मंदिर जाने वाली वृद्ध महिलाओं को बनाते थे निशाना गिरफ्तार आरोपी महंगे नशे व महंगे शौक के आदी हैं। वारदात से पहले वे बाइक चोरी करते थे। आरोपी ज्यादातर वृद्ध महिलाओं को निशाना बनाते थे, क्योंकि वे उनका ज्यादा विरोध नहीं कर पाती थीं। वे सुबह व दोपहर में धार्मिक स्थलों के आसपास घूमते थे। मौका मिलते ही वे मंदिर में दर्शन करने आई महिला के गले से मंगलसूत्र, कानों से टॉप्स, झुमके आदि तोड़कर बाइक पर भाग जाते थे।