Crime: 1994 मे निर्मम हत्याएं करने वाले आरोपी 2023 मे हुए गिरफ्तार
The accused who committed brutal murders in 1994 will be arrested in 2023.
पुलिस उप आयुक्त अविनाश अंबुरे ने दी जानकारी
विनय महाजन हमारा मैट्रो मुंबई अट्ठाइस वर्षों बाद हत्यारे उत्तरप्रदेश से किए गए गिरफ्तार मीरा भायंदर के काशीमीरा में एक गृहिणी सहित उनके चार छोटे छोटे मासूम बच्चों की निर्मम हत्या करने वाले हत्यारों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है! इतने लंबे समय के पश्चात गिरफ्तार हत्यारों को सजा दिलवाने पुलिस के सामने चुनौती होंगी! एक प्रेस परिषद के दौरान पुलिस उपायुक्त अविनाश अंबुरे ने बताया की वर्ष 1994 में आरोपियों ने राजनारायण प्रजापति की पत्नी जगरानी देवी(27) उसके 5 वर्षीय पुत्र प्रमोद, 3 वर्षीय पुत्री पिंकी, 2 वर्षीय पुत्र चिंटू तथा तीन महीने के बच्चे की चाकुओं से गोद गोद कर हत्या कर दी थी जिसपर काशीमीरा पुलिस ने दफा 302,201,452,तथा 34 के तहत मामला दर्ज किया था लेकिन हत्यारे इतने वर्षो के बाद भी पुलिस के हाथ नही लगे!
जब मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय अस्तित्व में आया तो उच्च अधिकारियों के निर्देश पर अपराध शाखा काशीमीरा के पुलिस निरीक्षक अविराज कुराडे ने जून 2021 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 20 दिन तक डेरा डाला तथा एसटीएफ उत्तर प्रदेश की मदद से आरोपियों की जांच की तो कुछ भी हाथ नही लगा! इस बीच आरोपी अपना नाम बदलकर कर रहने लगे इतना ही नहीं अपना आधारकार्ड और अन्य दस्तावेज भी बदल दिए! एक ने अपना नाम विजय महाराज रख कर जादू टोना करने लगा जब इसकी जानकारी एसटीएफ द्वारा अपराध शाखा परिमंडल 1 को लगी तो पुलिस हरकत में आ गई तथा अनिल उर्फ विजय रामअवध उर्फ अवधु (48) तथा सुनील उर्फ संजय सरोज (47) को जौनपुर से हिरासत में लिया! पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद इन्होंने जुर्म कबूल कर लिया है तथा यह बात सामने आई की इतने सालो तक आरोपी दिल्ली हरियाणा पंजाब में घूमे तथा बाद में अपने मूल गांव से कुछ दूरी पर आजोली गांव जौनपुर में नाम बदल कर रह रहे थे! लेकिन आखिर पुलिस ने उन्हें अपनी जगह बता दी!
यह कार्यवाही पुलिस उपायुक्त अपराध अविनाश अंबुरे, सहायक पुलिस आयुक्त अमोल मांडवे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक अपराध अविराज कुराड़े,सहायक पुलिस निरीक्षक कैलाश टोकले,प्रशांत गागुर्दे,पुष्पराज सुर्वे सहित अनेक पुलिस कर्मियों की मदद से की गई तथा आरोपी अब पुलिस हवालात की हवा खा रहे है! इतने लंबे अंतराल के बाद उनकी गिरफ्तारी होंगी यह शायद उन्होंने सोचा भी नही होंगा! क्योंकि कानून के हाथ लंबे होते है!