Health: डॉ. मनसुख मांडविया ने देश के कुछ भागों में कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की

Dr. Mansukh Mandaviya reviews the status and preparedness of the public health system for surveillance, containment and management in view of the increasing cases of Covid in some parts of the country

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज देश में कोविड स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान हाल ही में देश के कुछ भागों में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड की निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और डॉ. भारती प्रवीण पवार और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल भी उपस्थित थे। बैठक में भाग लेने वाले अन्य राज्य मंत्रियों में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री श्री अलो लिबांग, शामिल हैं; उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री ब्रजेश पाठक; उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री श्री धन सिंह रावत उपस्थित थे। इस अवसर पर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री श्री दिनेश गुंडू राव; हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज; केरल की स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती वीणा जॉर्ज), गोवा के स्वास्थ्य मंत्री श्री विश्वजीत प्रतापसिंह राणे; असम के स्वास्थ्य मंत्री श्री केशव महंता, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता; पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह; दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज; हिमाचल प्रदेश के डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल; महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रोफेसर डॉ. तानाजीराव सावंत; तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री श्री दामोदर राजनरसिम्हा; मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सपम रंजन; ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री श्री निरंजन पुजारी; पुडुचेरी के प्रशासक श्री रंगास्वामी भी मौजूद थे।

विश्व के कुछ देशों चीन, ब्राजील, जर्मनी और अमरीका में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न चुनौती को देखते हुए डॉ. मनसुख मांडविया ने कोविड ​​के नए और उभरते वैरिएंट से निपटने के लिए तैयार रहने और सतर्क रहने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आगामी आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए इस पर सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने राज्यों से अनुरोध किया कि वे स्थिति से निपटने के लिए उचित सार्वजनिक स्वास्थ्य योजना बनाने के लिए कोविड के मामलों और लक्षणों पर कड़ी निगरानी रखें।

डॉ. मांडविया ने उभरती स्थिति से निपटने के लिए “समग्र सरकार” दृष्टिकोण की भावना से केंद्र और राज्यों के बीच सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने देश में फैल रहे नए वेरिएंट का समय पर पता लगाने के लिए भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) नेटवर्क के माध्यम से वेरिएंट की निगरानी करने के लिए पोजीटिव मामलों के नमूनों के लिए निगरानी प्रणाली को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इससे समय पर उचित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने में सुविधा होगी। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे परीक्षण में तेजी लाएं और बड़ी संख्या में कोविड पोजिटिव मामलों और निमोनिया जैसी बीमारी के नमूनों को दैनिक आधार पर INSACOG जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं (IGSLs) में भेजें, ताकि नए वेरिएंट का पता जा सके।

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