Delhi: डीयू अकादमिक परिषद की 1016 वीं बैठक आयोजित

1016th meeting of DU Academic Council held

दिल्ली विश्वविद्यालय अकादमिक परिषद की 1016 वीं बैठक का आयोजन कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार, 30 नवम्बर को विश्वविद्यालय के काउंसिल हॉल में किया गया। इस अवसर एजेंडा एवं पूरक एजेंडा की सभी आइटमों पर चर्चा हुई। कुलपति ने बैठक के आरंभ में विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके साथ ही कुलपति ने विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों और प्रमोशनों का भी विस्तार से ब्योरा दिया। बैठक के दौरान एजेंडे पर चर्चा से पहले ज़ीरो आवर रखा गया जिसमें परिषद के सदस्यों ने अनेकों मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किए।

कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने वर्तमान शैक्षणिक सत्र में हुए दाखिलों पर भी विस्तार से जानकारी साझा की और बताया कि इस वर्ष यूजी में कुल 68583 दाखिले हुए हैं। इनके अलावा पीजी में 11196 और पीएचडी में 784 दाखिले हुए हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 98 अनाथ विद्यार्थियों को विशेष आरक्षण योजना के तहत पूर्ण फीस माफी के साथ दाखिला दिया गया है। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-2023 में फ़ाइनान्शियल सपोर्ट सिस्टम के तहत 1009 विद्यार्थियों को कुल 1,00,61,057 रुपए की राशि वितरित की गई।

बैठक की शुरुआत में डीयू कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता ने पिछली बैठक के मिनट्स पुष्टिकरण के लिए अकादमिक परिषद के समक्ष रखे और 1015वीं बैठक में लिए गए निर्णयों पर ‘कार्रवाई रिपोर्ट’ को अकादमिक परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया। बैठक के दौरान अंडर ग्रेजुएट कुर्रीकुलम फ्रेमवर्क- 2022 (यूजीसीएफ़-2022) के अनुसार विभिन्न विभागों के कुछ सिलेबस भी मंजूर किए गए। जिन विद्यार्थियों ने आठवीं कक्षा तक हिंदी नहीं पढ़ी है, उनके लिए हिंदी विभाग के अंतर्गत (सेमेस्टर- I/II में प्रस्तावित) हिंदी ईएल नामक योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम को भी मंजूरी प्रदान की गई। अर्थशास्त्र विभाग के तहत यूजीसीएफ़-2022 के आधार पर शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से अर्थव्यवस्था, राज्य और समाज (सेमेस्टर III/V), उत्पादन संबंध और वैश्वीकरण (सेमेस्टर IV/VI) तथा डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के आर्थिक विचार (III/V) नामक तीन डीएसई पेपरों के पाठ्यक्रम को भी मंजूरी प्रदान की गई।

एसी की बैठक के दौरान अकादमिक परिषद की स्टैंडिंग कमेटी की 23 नवम्बर को आयोजित बैठक की सिफारिशों पर भी विचार किया गया। इसके तहत शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए सीयूईटी (यूजी) 2024-25 के तहत यूजी और पीजी कार्यक्रमों की प्रोग्रामों की पात्रता के मापदंड सहित 4-वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) की पात्रता मानदंड और प्रवेश प्रक्रिया के लिए मानदंड प्रस्तुत किए गए हैं। इनके साथ ही बी.टेक कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, बी.टेक इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और बी.टेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, बीए एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) की पात्रता, साइबर सिक्यूरिटी और कानून में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीसीएसएल) के लिए आवेदन के मानदंड और बारहवीं कक्षा में अध्ययन किए गए विषयों के साथ सीयूईटी (यूजी) विषयों की समानता स्थापित करने के लिए मानदंड भी सुझाए गए हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय के विभागों/केंद्रों के शिक्षकों के लिए पदोन्नति दिशानिर्देशों को भी कुछ संशोधनों के साथ स्वीकार कर लिया गया। बैठक के दौरान कमला नेहरू कॉलेज, गार्गी कॉलेज और हंसराज कॉलेज के तमिल/तेलुगु/अन्य एमआईएल पाठ्यक्रमों के जेनेरिक इलेक्टिव (जीई) पाठ्यक्रमों का विकल्प चुनने वाले विद्यार्थियों को, संबंधित कॉलेजों द्वारा पेश नहीं किए विषयों के अध्ययन के लिए, विश्वविद्यालय के नजदीकी क्लस्टर कॉलेजों/विभागों की कक्षाओं में भाग लेकर ऐसी भाषाओं का अध्ययन करने की अनुमति भी प्रदान की गई।

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