Defence: पुणे के सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय में जनरल बीसी जोशी स्मृति व्याख्यान के दौरान मुख्य भाषण दिया
Delivered the keynote address during the General BC Joshi Memorial Lecture at Savitribai Phule University, Pune
थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पुणे की अपनी यात्रा के दूसरे दिन आज दक्षिणी कमान मुख्यालय का दौरा किया, जहां पर उन्होंने कमान की परिचालन तैयारियों और सेना दिवस परेड 2025 के लिए चल रही तैयारियों की समीक्षा की। यह परेड 15 जनवरी, 2025 को पहली बार पुणे में आयोजित की जानी है। इस यात्रा के दौरान, सेना प्रमुख ने दो भूतपूर्व सैनिकों को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद के असाधारण योगदान के लिए वेटरन अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया। दोनों भूतपूर्व सैनिकों का विवरण नीचे दिया गया है
कर्नल शशिकांत जी दलवी (सेवानिवृत्त) को आरम्भ में 21 राजपूत में कमीशन प्राप्त हुआ था और बाद में उन्हें 1972 में ईएमई कोर में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद अपना सम्पूर्ण जीवन जल संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए समर्पित कर दिया है। कर्नल शशिकांत जी दलवी ने वर्ष 2003 में वर्षा जल संचयन (आरडब्ल्यूएच) के क्षेत्र में अग्रणी और पुणे की पहली छत पर आरडब्ल्यूएच परियोजना तैयार की, जिससे एक हाउसिंग सोसाइटी टैंकर-मुक्त हो गई। उन्होंने अपने संगठन परजन्य के माध्यम से 650 से अधिक आरडब्ल्यूएच परियोजनाओं को लागू किया है, जिससे वार्षिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 9,360 टन की कमी आई है और गांवों तथा शहरी क्षेत्रों को जल आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिली है। दलवी जी विद्यालयों, समुदायों और उद्योगों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। उन्होंने गांवों को बदल दिया है, जागरूकता अभियान चलाए हैं और नीति निर्माताओं को स्थायी जल समाधानों पर आकृष्ट किया है, जिससे उनके प्रभावशाली कार्य के लिए व्यापक मान्यता मिली है। वर्ष 2017 और 2019 में उन्हें शहरी विकास मंत्रालय द्वारा महानगरों में आरडब्ल्यूएच पर संसद सदस्यों को संबोधित करने और आरडब्ल्यूएच पर विचार रखने के लिए कौन बनेगा करोड़पति शो में आमंत्रित किया गया था।