Delhi: दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सुरक्षा गार्डों को बिजली के हीटर वितरित कर अभियान शुरुआत की
Environment Minister Gopal Rai started the campaign by distributing electric heaters to the security guards at the Delhi Secretariat
दिल्ली में वायु प्रदूषण कम करने को लेकर गंभीर “आप” सरकार ने नाइट सिक्योरिटी गार्ड्स को इलेक्ट्रिक हिटर वितरित करने का अभियान शुरू किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में विंटर एक्शन प्लान के तहत सुरक्षा गार्डों को बिजली के हीटर वितरित कर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विभाग को आदेश दिया गया है कि वे भी अपने-अपने यहां नाईट शिफ्ट में काम करने वालें गार्ड/कर्मचारियों को हीटर उपलब्ध करवाए। गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली वालों के सहयोग और सरकार द्वारा उठाये गए कदम से दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए जितने भी अभियान चलाएं हैं उसमें सफलता मिल रही है।
श्री गोपाल राय ने कहा कि सर्दियों के मौसम में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 25 सितंबर को 21 फोकस प्वाइंट पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की सरकार द्वारा घोषणा की गई थी। जिसके आधार पर संबंधित विभागों ने इसे जमीन पर लागू करने के लिए गंभीरता पूर्वक कार्य कर रही है। सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई अभियान चला रही है जैसे एंटी डस्ट अभियान, बायो डीकम्पोज़र का छिड़काव, वृक्षारोपण अभियान, जागरूकता अभियान आदि। पूरे दिल्ली में सड़कों पर 200 मोबाइल एंटी स्मोग गन से पानी के छिड़काव का अभियान शुरू किया गया है। विंटर में खुले में आग जलाने से भी प्रदूषण बढ़ता है इसीलिए सरकार द्वारा 6 नवंबर से एक महीने के लिए दिल्ली में एंटी ओपन बर्निंग अभियान शुरू किया गया है है | टीमें 24 घंटे दिल्ली में ओपन बर्निंग की घटनाओ की निगरानी और उसे रोकने का काम करेंगी। सरकारी विभाग ,आरडब्ल्यूए, निर्माण एजेंसी को सुरक्षा गार्डों को बिजली के हीटर वितरित करने का निर्देश दिया गया है। ताकि खुले में बायोमास और ठोस अपशिष्ट को जलाने को हतोत्साहित किया जा सके।
श्री गोपाल राय ने बताया कि इस साल अभी तक ए.क्यू.आई. इंडेक्स सिवियर कैटगरी में नहीं गया है। इसमें मुख्य तौर पर 3 फैक्टर रहे हैं जिसके कारण दिल्ली का ए.क्यू.आई. अभी भी गंभीर श्रेणी से बाहर बना हुआ है। पहला दिल्ली के अंदर सरकार द्वारा लगातार जो दीर्घकालिक प्रयास किए गए। दूसरा विंटर एक्शन प्लान के अंतर्गत कई तात्कालिक कदम उठाए गए जैसे डस्ट प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अभियान , वाहन प्रदूषण को नियत्रित करने के लिए उठाए गए कदम , बायोमास वर्निग को रोकने के लिए अभियान आदि, इसके साथ-साथ पिछले सालों की तुलना में इस साल पराली जलने की घटनाओं कमी आई है। इसके साथ इस साल पिछले सालों की तुलना में तापमान में उतनी कमी नहीं आई है और हवा की गति भी बीच-बीच में बढ़ने के वजह से प्रदूषण का स्तर सिवियर कैटेगरी में नहीं पहुँचा है।