Delhi: धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया

Dharmendra Pradhan inaugurates New Delhi World Book Fair

केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में भारत में सऊदी अरब के राजदूत, श्री सालेह बिन ईद अल-हुसैनी; शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी; शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री संजय के. मूर्ति; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव श्री संजय कुमार; नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन प्रोफेसर मिलिंद सुधाकर मराठे; नेशनल बुक ट्रस्ट के निदेशक श्री युवराज मलिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

52वें नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन करते हुए श्री प्रधान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष मेले की थीम ‘बहुभाषी भारत: एक जीवंत परंपरा’ भारत की भाषाई विविधता और वैश्विक साहित्यिक परंपराओं का उत्सव मना रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेला साहित्य, विविध संस्कृतियों, कलात्मक अभिव्यक्तियों और ज्ञान का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। श्री प्रधान ने कहा कि बहुभाषावाद हमारी विविधता का मूल है और इसलिए, भाषा और किताबें 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य, जैसी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने परिकल्पना की है, को साकार करने के लिए संपत्ति हैं।

उन्होंने एक पुस्तक-प्रेमी और पुस्तक-पढ़ने वाले समाज को विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जो एक प्रगतिशील सामाजिक व्यवस्था के निर्माण के लिए दूरदर्शी विचारों को बढ़ावा देता है और यह आवश्यक है क्योंकि देश विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए आगे बढ़ रहा है। उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन में श्री सालेह बिन ईद अल-हुसैनी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए पारस्परिक प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने भारत के अमृत काल और सऊदी अरब के 2030 के दृष्टिकोण के बीच समानताएं बताईं, क्योंकि बेहतर भविष्य के लिए हमारे बीच साझा प्रतिबद्धता है।

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