
दिल्ली के कृषि विभाग ने शुक्रवार को तिगीपुर गांव से पराली को गलाने के लिए बायो डी-कंपोजर के छिड़काव की शुरूआत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास मंत्री श्री गोपाल राय बायो डी-कंपोजर के छिड़काव की शुरूआत करते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर बासमती और गैर बासमती धान के सभी खेतों में सरकार की तरफ से निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा। इसके लिए अभी तक 880 किसानों ने फॉर्म भरा है। दिल्ली सरकार इस साल 5 हजार एकड़ से ज्यादा खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करेगी। बायो डी-कंपोजर के छिड़काव के लिए 13 टीमों का गठन किया गया है। विकास मंत्री श्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में ठंड के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान बनाया है। ठंड के मौसम में पराली जलना भी प्रदूषण को बढ़ाने में एक अहम भूमिका निभाती है। ऐसे में इस समस्या का समय रहते उचित समाधान किया जा सकें, इसलिए सरकार ने पिछले साल की तरह इस बार भी पराली गलाने के लिए खेतों में बायो डी-कंपोजर का निःशुल्क छिड़काव शुरू किया है। दिल्ली के अंदर कुछ हिस्सों में ही धान की खेती की जाती है। दिल्ली में पराली से प्रदूषण न हो, इसीलिए पिछले साल बायो डी-कंपोजर का निः शुल्क छिड़काव किया गया था। जिसका बहुत ही सकारात्मक परिणाम रहा है। इससे पराली गल गई और खेत की उपजाऊ क्षमता में भी बढ़ोतरी देखी गई। किसानों के सामने एक समस्या यह भी रहती है कि धान की फसल की कटाई और गेहूं की बुवाई के बीच में समय अंतराल कम होता है। इसलिए सरकार समय रहते अभी से इस काम में जुट गई है, ताकि सारी कवायद में देरी भी न हो और किसानों को बेहतर परिणाम भी मिल सकें।