Delhi: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरी जी महाराज का आचार्य लोकेश आश्रम में अभिनन्दन
Greeting to Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Treasurer Govinddev Giri Ji Maharaj at Acharya Lokesh Ashram.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष एवं श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के उपाध्यक्ष पूज्य गोविंददेव गिरी जी महाराज का राजेंद्र नगर स्थित आचार्य लोकेश आश्रम में आगमन हुआ। यहाँ पर अहिंसा विश्व भारती, विश्व शान्ति केंद्र एवं अहिंसा योग मैडिटेशन सेंटर की ओर से पूज्य स्वामीजी का शाल एवं माला पहनाकर अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर पूज्य गोविन्ददेव गिरी महाराज ने २२ जनवरी को अयोध्या में हो रहे श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पधारने के लिए जैनाचार्य लोकेश जी को आमंत्रण पत्र दिया।
इस अवसर पर जैनाचार्य लोकेशजी ने अपने संबोधन में कहा कि यह तो परम सौभाग्य का विषय है कि उस ऐतिहासिक पल का मैं साक्षी बनूँगा जब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी गर्भगृह में रामलला के नूतन विग्रह को प्राण प्रतिष्ठा के लिए लेकर पहुँचेंगे। आचार्य लोकेशजी ने कहा कि सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ घड़ी उपस्थित हुई है, इससे देश विदेश में रह रहे कोटि कोटि राम भक्तों व अध्यात्म प्रेमियों में हर्ष की लहर है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं उस संघर्ष के काल खंड के आख़िरी दौर में विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय मार्गदर्शक मण्डल के सदस्य के रूप में सेवाएँ दी हैं।
इस अवसर पर अहिंसा योग मैडिटेशन सेंटर में आयोजित अपने स्वागत कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूज्य गोविन्द देव गिरी जी महाराज ने कहा कि भारत की मूल आत्मा योग है। हमारे यहाँ जितनी भी साधना की धाराएं है उन सबका अधिष्ठान योग है। उन्होंने आचार्य लोकेश के पराक्रम ओर पुरुषार्थ की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अहिंसा योग मैडिटेशन सेंटर में साधना की सभी धाराएं – ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म योग, ध्यान-योग एवं प्राणायाम योग आदि की गंगा बहा रखी है। जिसके जीवन में यह आ जाए उसका कल्याण है।
स्वागत समारोह का सम्बोधित करते हुए आचार्य लोकेश ने कहा कि पूज्य गोविन्ददेव गिरी जी महाराज सनातन संस्कृति के सूर्य हैँ, वे अपनी ज्ञान, साधन ओर तप की रश्मियाँ देश-दुनिया में फैला रहे हैँ। वे अध्यात्म साधना के सुमेरु हैँ, उनका अहिंसा योग मेदिताशों सेंटर में आगमन परम हर्ष का विषय है।