Religion: जैन आचार्य लोकेशजी को मानवाधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में NHRCCB इंडिया प्राइड अवार्ड 2023 से नवाज़ा गया

Jain Acharya Lokeshji honored with NHRCCB India Pride Award 2023 at International Conference on Human Rights

विश्व शांति केंद्र और अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक परम पूज्य आचार्य डॉ. लोकेश जी को शांति शिक्षा, ध्यान और योग के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए ओपीजे ऑडिटोरियम, नई दिल्ली में आयोजित मानवाधिकार पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में एनएचआरसीसीबी इंडिया प्राइड अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में बोलते हुए परम पूज्य आचार्य डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि यह सम्मान मेरा नहीं, यह भगवान महावीर के सिद्धांतों और भारतीय संस्कृति का सम्मान है। भगवान् महावीर ने आज से २६०० वर्ष पूर्व ना केवल मानवाधिकार बल्कि उन्होंने जीवाधिकार और अजीवाधिकीर  की भी चर्चा की थी।  भारत की इस पावन भूमि पर अनेक ऐसे महापुरुष हुए भगवान महावीर, भगवान् बुद्ध, गुरु नानकदेव – इन सब ने करुणा की और प्राणी मात्र की रक्षा की बात की है।  यह विरासत में हमें मिला है और इसको आगे बढ़ाना हम सबका कर्त्तव्य है।  संत सम्मान और तिरस्कार से परे होता है किंतु इस प्रकार के सम्मान से मैं समझता हूं और अधिक कर्त्तव्य बोध, दायित्व बोध की वृद्धि होती है और जुड़े हुए लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं प्रशंसकों, शुभचिंतकों का उत्साहवर्धन होता है।  हमें अपने अस्तित्व की तरह दूसरों के अस्तित्व को स्वीकार करना चाहिए।  मनुष्य मशीन का प्रोडक्शन नहीं है विचार, रूचि, चिंतन में असामनता स्वाभाविक है।  अपने विचारों की तरह दूसरों के विचारों को भी आदर करना चाहिए ऐसा नहीं करने से मानवाधिकारों का उल्लंघन शुरू होता है l

इस अवसर पर श्री संदीप शर्मा – सचिव दिल्ली उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, श्री भावेश श्रेष्ठ – अध्यक्ष नेपाल पर्यटन बोर्ड, डॉ. शूल पानी सिंह – अध्यक्ष फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ स्मॉल इंडस्ट्रीज, श्री कृष्ण प्रताप सिंह – आईआरएस और प्रधान आयुक्त सीमा शुल्क, जीएसटी, सुश्री ज्योतिका कालरा – सदस्य राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, श्री गिरीश चंद्र – एनएचआरसीसीबी राष्ट्रीय महासचिव और श्री सूरत श्रीवास्तव – एनएचआरसीसीबी एवं  एनएचआरसीसीबी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रणधीर कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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