Education: शैक्षणिक, अनुसंधान और कौशल सहयोग को बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय एचईआई के बीच पांच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान: – श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान

Exchange of five MoUs between Australian and Indian HEIs to enhance academic, research and skills collaboration: - Shri Dharmendra Pradhan

केन्‍द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने आज ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री और  सांसद जेसन क्लेयर के साथ द्विपक्षीय बैठक की। धर्मेन्‍द्र प्रधान ने ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर का हार्दिक स्वागत किया। इस वर्ष श्री क्‍लेयर की यह दूसरी भारत यात्रा है। श्री प्रधान ने कहा कि लगातार बैठकें भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गहरे ज्ञान की साझेदारी की बढ़ती ताकत और गतिशीलता का प्रमाण हैं। उन्होंने अन्‍य बातों के अलावा योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता, संयुक्त कार्य समूह की स्थापना, संयुक्त कौशल सहयोग, संयुक्त डिग्री के लिए एचईआई के बीच सहयोग, भारत में अध्ययन, भारत की शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण, भारतीय छात्रों और शोध कर रहे छात्रों के लिए वीजा संबंधी मुद्दों के क्षेत्रों में लगातार प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। दोनों मंत्रियों ने शिक्षा और कौशल में द्विपक्षीय सहयोग की व्यापक समीक्षा की और दोनों देशों के बीच लोगों की अधिक गतिशीलता, रोजगार संबंधी योग्‍यता और समृद्धि के लिए ज्ञान व कौशल साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। श्री प्रधान ने ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर और कौशल एवं प्रशिक्षण मंत्री ब्रेंडन ओ’कॉनर, के साथ गांधीनगर में पहली ऑस्ट्रेलिया भारत शिक्षा एवं कौशल परिषद की बैठक की सह-अध्यक्षता की।

एआईईएससी, जिसे पहले ऑस्ट्रेलियाई भारत शिक्षा परिषद (एआईईसी) के नाम से जाना जाता था, दोनों देशों के बीच शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान साझेदारी की रणनीतिक दिशा का मार्गदर्शन करने के लिए 2011 में स्थापित एक द्वि-राष्ट्रीय निकाय है। इस मंच का दायरा दोनों देशों की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप बढ़ाया गया ताकि शिक्षा के साथ-साथ कौशल इकोसिस्‍टम में अंतर्राष्ट्रीयकरण, दो-तरफ़ा आवागमन और सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केन्‍द्रित किया जा सके। यह पहला मौका है कि शिक्षा और कौशल को एक ही संस्थागत मंच के तहत लाया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button