Yoga: नियमित योग का अभ्यास करने से हड्डियों का घनत्व बढ़ सकता है -योग गुरु महेश अग्रवाल
Practicing yoga regularly can increase bone density -Yoga Guru Mahesh Aggarwal

योग गुरु अग्रवाल ने बताया आम भाषा में ऑस्टियोपोरोसिस का अर्थ है हड्डियों का खोखला होना है। यह तब होता है जब हड्डियों से कैल्शियम जैसे मिनरल्स उनकी भरपाई की तुलना में तेजी से कम होने लगते हैं। इससे हड्डी का सामान्य बोन मास प्रभावित होता है। हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। और अधिक आसानी से टूट जाती हैं। शुरुआती स्टेज में ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण का पता नहीं चलता, लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है कमर दर्द, पीठ में दर्द, गर्दन या रीढ़ की हड्डी में दर्द जैसी समस्या होने लगती हैं। महिलाओं में इसका खतरा अधिक होता है। महिलाओं में ऑस्ट्रोजेन नाम का हार्मोन हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है। मीनोपॉज के दौरान इसमें तेजी से कमी आती है। इसके अलावा विटामिन-डी, कैल्शियम की कमी भी बड़ा कारण है। अन्य बीमारी में स्टेरॉयड टैबलेट्स अधिक लेने से भी खतरा बढ़ता है। महिलाओं में स्मोकिंग भी कारण है। महिलाओं में निष्क्रियता से हड्डियां कमजोर हो रही हैं,
लो फैट दूध, पालक और दालों को शामिल करें, भोजन में लो फैट या बिना फैट वाला दूध लें। दही और चीज को शामिल करें। इससे शरीर को कैल्शियम मिलता है जो हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है। यह विटामिन डी को अवशोषित करने में मदद करता है। सब्जियों में पालक, भिंडी, टमाटर आदि में मैग्नीशियम होता है ये भी हड्डियां मजबूत करती हैं। ऐसे ही फलों में पपीता, संतरा, केला आदि शामिल करें इनमें पोटेशियम होता है जो हड्डियों को ठोस बनाता है। स्मोकिंग : हड्डियों के लिए बेहद नुकसानदायक तंबाकू के धुएं में पाया जाने वाला निकोटिन हड्डियों का निर्माण करने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को कम करता है। ऐसे ही स्मोकिंग से हड्डियों तक पहुंचने वाली ब्लड की सप्लाई भी प्रभावित होती है। इससे भी हड्डियां कमजोर होती हैं। नियमित योग अभ्यास प्रणायाम या ऐसी कोई भी एक्टिविटी जिसमें वजन उठाने और उसे संभालने में निरंतरता हो वह हड्डियों के लिए फायदेमंद हैं। इसमें शरीर का वजन भी शामिल है। ऐसे में रस्सी कूद, जॉगिंग, 30 मिनट की ब्रिस्क वॉक हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद फायदेमंद है। डांस भी एक बेहतर एक्सरसाइज है। रोज सुबह 20 मिनट की धूप भी बहुत जरूरी है।