NITI Aayog : नीति आयोग ने नई दिल्ली में “ट्रेड वॉच क्वार्टरली” का शुभारंभ किया

NITI Aayog launched “Trade Watch Quarterly” in New Delhi

नीति आयोग की उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने 04 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में नीति आयोग के माननीय सदस्यों डॉ. वी.के. सारस्वत और डॉ. अरविंद विरमानी, नीति आयोग के सीईओ बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में वित्त वर्ष 2024 (अप्रैल से जून) की पहली तिमाही के लिए भारत के व्यापार सांख्यिकीय आंकड़ों का विश्लेषण करने वाले नीति आयोग के नवीनतम प्रकाशन को जारी किया।

व्यापार संबंधी क्षेत्रों पर नजर रखने वाला यह प्रकाशन वैश्विक मांग-आपूर्ति परिप्रेक्ष्य, क्षेत्रीय प्रदर्शन और उभरते व्यापार अवसरों की अंतर्दृष्टि को समाहित करते हुए भारत की व्यापार स्थिति की समग्र तस्वीर प्रस्तुत करता है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001B763.jpg

वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के दौरान भारत के व्यापार प्रदर्शन में स्थिरता और मध्यम वृद्धि देखी गई। कुल व्यापार 576 बिलियन डॉलर रहा, जो साल-दर-साल 5.45 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। व्यापारिक निर्यात में सीमित वृद्धि देखी गई, जो लोहा और इस्पात जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के साथ-साथ प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले और मोती की खेती (पर्ल कल्चर) के क्षेत्र में गिरावट से प्रभावित थी। दूसरी ओर, विमान, अंतरिक्ष यान, खनिज ईंधन और वनस्पति तेलों सहित उच्च मूल्य वाली वस्तुओं के आयात में वृद्धि देखी गई और सेवाओं के निर्यात में उत्साह दिखा।

उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि यह प्रकाशन सूचित निर्णय लेने को बढ़ावा देगा, नीतिगत पहलों को मजबूत करेगा और वैश्विक व्यापार परिदृश्य में दीर्घकालिक सतत विकास को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि इसके निष्कर्ष भविष्य की नीतियों और कार्यक्रमों को आकार देने में सहायक होंगे, जिसका उद्देश्य उन बाजारों और क्षेत्रों की पहचान कर व्यापार क्षेत्रों में प्रगति को बढ़ावा देना है जहां भारत प्रबल रूप से तुलनात्मक लाभ प्राप्त कर सकता है।

नीति आयोग के सदस्य डॉ. अरविंद विरमानी ने यह व्यापक व्यापार प्रकाशन तैयार करने के लिए पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि यह दस्तावेज भारत के उभरते व्यापार परिदृश्य को दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Read More: “Mission Mausam” Indian Weather : “मिशन मौसम” भारत की मौसम पूर्वानुमान क्षमताओं के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा: – डॉ. जितेंद्र सिंह

Related Articles

Back to top button