Prime Minister Narendra Modi: भारत ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर विजन’ के प्रति प्रतिबद्ध प्रधानमंत्री मोदी

India committed to ‘Neighbourhood First’ policy, ‘SAGAR Vision’ PM Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर विजन’ के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है और इस बात पर जोर दिया है कि अपने तीसरे कार्यकाल में भारत, 2047 तक ‘विकसित भारत’ के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ-साथ, इन देशों के साथ घनिष्ठ साझेदारी में क्षेत्र की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए काम करना जारी रखेगा। श्री मोदी ने ये टिप्पणियां भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठकों के दौरान कीं, जो कल शाम राष्ट्रपति भवन में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। समारोह में शामिल होने वाले नेताओं में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे शामिल थे।

दौरे पर आए नेताओं ने उन्हें लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में लोगों के बीच आपसी संबंध और संपर्क को और मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने आगे कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में वैश्विक दक्षिण की आवाज को बुलंद करना जारी रखेगा। शपथ ग्रहण समारोह के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में भी नेताओं ने भाग लिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने उनका स्वागत करते हुए और राष्ट्र की सेवा में प्रधानमंत्री मोदी को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत का लोकतांत्रिक अभ्यास न केवल अपने लोगों के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है। विदेश मंत्रालय ने कहा, “प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के महत्वपूर्ण अवसर पर भारत के पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं की भागीदारी इस क्षेत्र के साथ भारत की मित्रता और सहयोग के गहरे संबंधों को रेखांकित करती है।” डॉ. एस जयशंकर, जो पिछली मोदी सरकार में विदेश मंत्री थे और एक बार फिर नए मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं, ने आज सुबह दौरे पर आए विदेशी नेताओं से मुलाकात की और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।

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