Crime: फिरौती की रकम से जल्दी अमीर बन लग्जरी लाइफ जीना चाहता था आरोपी
The accused wanted to get rich quickly with the ransom money and live a luxurious life
सवाई माधोपुर में अपहरण व फिरौती के दो मामलों में करीब सात माह से फरार चल रहे गिरोह के सरगना पद्मेश मीना पुत्र हरिमोहन मीना (22) निवासी जड़ावता थाना सूरवाल को जिले की माउंट टाउन थाना पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पीपलवाड़ा गांव में उसके रिश्तेदार के घर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार गिरोह के सरगना पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित है। एसपी ममता गुप्ता ने बताया कि गिरोह के सरगना पद्मेश मीना व उसके साथियों ने 29 मई को शहर के आदर्श नगर से दो नाबालिग बालकों को बंदूक की नोक पर कार में अगवा किया। निवाई बाइपास से जयपुर ले जाकर उनके साथ मारपीट की तथा मारपीट का वीडियो बनाकर फिरौती की रकम वसूल की। अगली रात इस गिरोह ने बंटी मीना पुत्र बाबू लाल (20) निवासी आसलगांव थाना अलीगढ़ जिला टोंक व उसके दो दोस्तों को बरवाड़ा रोड स्थित खेरली फाटक के पास से रात करीब साढ़े आठ बजे अपहरण कर लिया। भगवतगढ़ के जंगल में ले जाकर हाथ-पैर तोड़कर नकदी व सोने की अंगूठी लूटकर जंगल में छोड़ दिया। इस संबंध में मानटाउन थाने में मामला दर्ज हुआ। घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वा व वृत्ताधिकारी उदय चंद मीना के सुपरविजन व थानाधिकारी अवतार सिंह के नेतृत्व में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई। गठित टीम के सदस्य एएसआई अजीत मोगा को पुख्ता सूचना मिली कि पदमेश फरार रहने से तंग आ चुका है। फरार आरोपी को जयपुर में पीपलवाड़ा गांव में रहने वाले रिश्तेदार ने रुकने के लिए बुलाया है। इस सूचना पर एएसआई हरिलाल, हैड कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह, बलवीर सिंह व कांस्टेबल विजय सिंह, बुद्धिप्रकाश, नरेश व केदार की टीम जयपुर भेजी गई। टीम जयपुर से पीछा करते हुए पीपलवाड़ा गांव पहुंची। टीम ने फूल विक्रेता बनकर निगरानी रखी। अपराधी के पदमेश के रिश्तेदार के घर पर होने की पुष्टि होने पर योजनाबद्ध तरीके से उसे घेरकर सफलतापूर्वक दबोच लिया।