Cricket: हम कुछ खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं होना चाहते, न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से पहले बोले रोहित

We don't want to depend on a few players, said Rohit before the series against New Zealand

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि टीम के पास बल्लेबाजों का एक मजबूत समूह है और वह तेज गेंदबाजी में भी ऐसा ही समूह चाहते हैं ताकि चोटों से टीम का संतुलन प्रभावित न हो। रोहित की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को चोट से उबरने में अधिक समय लग रहा है जबकि हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज यश दयाल को भी कंधे में चोट लगी है।

रोहित ने यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, “जब बल्लेबाजी की बात आती है तो बहुत सारे विकल्प होते हैं। हम गेंदबाजी में भी ऐसा ही करना चाहते हैं। हम बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना चाहते हैं, जहां अगर कल किसी को कुछ हो जाए तो हमें चिंता करने की जरूरत न पड़े।” उन्होंने कहा, “हम कुछ खिलाड़ियों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं रहना चाहते। ऐसा करना सही नहीं है। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करना चाहते हैं कि हमें भविष्य को देखते हुए सही खिलाड़ी मिलें।” यही कारण है कि जब भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए रिजर्व के रूप में तेज गेंदबाज मयंक यादव, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी और प्रसिद्ध कृष्णा को चुना तो यह आश्चर्यजनक नहीं था। हालांकि, टीम के साथ प्रसिद्ध की यात्रा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से फिटनेस क्लीयरेंस मिलने पर निर्भर है, क्योंकि उन्हें इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ कर्नाटक के शुरुआती रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान चोट लग गई थी। रोहित ने यह भी बताया कि भारतीय थिंक टैंक इन युवा तेज गेंदबाजों को सीनियर टीम के साथ क्यों रखना चाहता है। उन्होंने कहा, “तो कल अगर हमें लगता है कि वे उस भूमिका (घायल तेज गेंदबाज की जगह) को निभाने के लिए तैयार हैं, तो उन्हें इसके लिए तैयार रहना चाहिए। बेशक, हमने उन्हें घोषित करने से पहले कुछ मैच खेले हैं।” रोहित ने कहा, “वे दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी भी खेल चुके हैं। इसलिए हम बस यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन पर अच्छी तरह से नज़र रखी जाए। उनके कार्यभार का ध्यान रखा जाए।” रोहित ने कहा कि ऐसा कदम उठाना ज़रूरी था क्योंकि टेस्ट क्रिकेट सफ़ेद गेंद के प्रारूपों की तुलना में पूरी तरह से अलग खेल है और गेंदबाजों को इसके साथ तालमेल बिठाने में समय लगता है।

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