Amit Shah: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में पहली बार स्थानीय भाषाओं में चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा शुरू की है
For the first time in India, Prime Minister Shri Narendra Modi has started medical science education in local languages
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के गांधीनगर में 329 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने बताया कि गुजरात सरकार मानसा के निवासियों के लिए 244 करोड़ रुपये की लागत से 425 बिस्तरों वाले अस्पताल के निर्माण पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि 425 बिस्तरों वाला यह अस्पताल अगले 25 वर्षों तक मानसा के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि आज मानसा नगर पालिका की 10 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास एवं ई-उद्घाटन हो रहा है, साथ ही 329 करोड़ रुपये की लागत वाली अन्य विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास एवं उद्घाटन हो रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मानसा में एक सुंदर चंद्रसर झील विकसित की गई है, तथा इस झील में नर्मदा नदी से पानी पहुंचाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में पूर्व में निर्मित 13 झीलों सहित चंद्राडू, मालन, मलाई सहित कुल 16 झीलों को जोड़ने तथा उनमें नर्मदा जल पहुंचाने का कार्य इस मानसून सत्र में पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इससे आसपास के सभी क्षेत्रों में जल स्तर बढ़ेगा तथा कृषि उपज में सुधार होगा, जिससे किसानों की समृद्धि होगी। श्री अमित शाह ने बताया कि शिलान्यास परियोजनाओं में सिविल अस्पताल, मालन झील का सौंदर्यीकरण, सासनी और मालन झीलों के लिए कार्यक्रम, रान्यापुर में सामुदायिक भवन, पिलवाई-महुदी सड़क को डबल लेन करना तथा सूखा कचरा पृथक्करण संयंत्र शामिल हैं।
इसके अलावा, नए अस्पताल में क्रिटिकल केयर ट्रॉमा सेंटर, आर्थोपेडिक सर्जरी, बाल रोग विभाग, मेडिसिन, स्त्री रोग, फिजियोथेरेपी, डायलिसिस, एक्स-रे, सीटी स्कैन तथा एमआरआई जैसी सभी सुविधाएं सभी के लिए एक ही भवन में उपलब्ध होंगी। केन्द्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में पहली बार स्थानीय भाषाओं में चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई शुरू की है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में हिंदी में मेडिकल कोर्स शुरू हो चुके हैं, जहाँ 40 से ज़्यादा मेडिकल कॉलेज अब हिंदी में मेडिकल साइंस की पढ़ाई करा रहे हैं। श्री शाह ने यह भी बताया कि मानसा में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद गुजराती भाषा में भी मेडिकल साइंस की पढ़ाई शुरू करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से गुजरात के हमारे बच्चे अपनी भाषा में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे और डॉक्टर बन सकेंगे, क्योंकि मानसा में यह पहल शुरू हो गई है। श्री अमित शाह ने कहा कि अभी दो दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की है और इसमें शामिल एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट को ध्वस्त किया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में “ड्रग-फ्री इंडिया” अभियान शुरू किया था, जिसके बेहतरीन परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि 2004 से 2014 तक कुल 768 करोड़ रुपये मूल्य की 1,52,000 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की गई, जबकि 2014 से 2024 तक मोदी सरकार के 10 वर्षों के दौरान 5,43,600 किलोग्राम वजन की 27,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने रेखांकित किया कि श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पहले की तुलना में 36 गुना अधिक मूल्य की अवैध ड्रग्स जब्त करके इस बुराई पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने आगे बताया कि देशभर में जब्त की गई दवाओं में से अकेले गुजरात सरकार ने तीन साल के भीतर 8,500 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त की हैं। श्री शाह ने जोर देकर कहा कि नशा मुक्त भारत के संकल्प को केवल नरेंद्र मोदी सरकार ही पूरा कर सकती है। श्री अमित शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कई बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लोगों को स्वस्थ बनाने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की शुरुआत की है। श्री शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पीएम मोदी ने न केवल दवाइयां, अस्पताल या वित्तीय सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि स्वच्छता, हर घर में शौचालय बनाने, स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करने और योग को प्रोत्साहित करने जैसे प्रयासों को भी बढ़ावा दिया।