Religion: श्राद्ध पर्व में किया बुजुर्गों का सम्मान, बच्चों की झांकी में जीवंत हुई श्रवण कुमार की अमर गाथा

Elders were honored in Shraddha Parv, the immortal story of Shravan Kumar came alive in the tableau of children

जयपुर, 30 सितम्बर। समाज में बुजुर्गों एवं वृद्धजनों के प्रति आदर एवं श्रद्धा की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से विश्व जागृति मिशन जयपुर मंडल द्वारा आदर्श नगर में बीस दुकान स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्राद्ध पर्व का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व जागृति मिशन के संस्थापक श्री सुधांशु जी महाराज ने 1997 में श्राद्ध पर्व मनाने की शुरुआत की थी, तब से यह पर्व विश्व जागृति मिशन के सभी मंडलों एवं शाखाओं में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

बुजुर्गों की आरती उतारी, पैर छूकर लिया आशीर्वाद

सोमेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित श्राद्ध पर्व कार्यक्रम में जयपुर मंडल के प्रधान श्री मदनलाल अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण दास गंगवानी, सचिव द्वारका प्रसाद मुटरेजा, महासचिव दिनेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्री गोपाल बजाज, आचार्य मोहन लाल शास्त्री एवं आचार्य विष्णु कुमार शर्मा सहित पदाधिकारियों एवं श्रद्धालुओं ने बुजुर्गों की आरती उतारी, उपहार दिए तथा पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

 

श्रवण कुमार के संस्कारों को दर्शाती झांकी सजाई गई

इस अवसर पर रामायण काल ​​से समाज में माता-पिता के प्रति अपार सम्मान रखने वाले पौराणिक पात्र श्रवण कुमार के चरित्र पर आधारित विशेष झांकी आकर्षण का केंद्र रही। यह झांकी डॉ. मधु शर्मा, इंदु भार्गव, पुष्पा भाटिया व मंजू बजाज के निर्देशन में तैयार की गई। श्राद्ध पर्व आयोजन के तहत सोमेश्वर महादेव मंदिर में आचार्य मोहन लाल शास्त्री व आचार्य विष्णु कुमार शर्मा के सान्निध्य में हवन भी किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां देकर बुजुर्गों के अच्छे स्वास्थ्य व लंबी आयु की कामना की। इसके बाद भंडारा प्रसादी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पुष्पा खेमानी ने भजन प्रस्तुत किए।

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