संजना सांघी बनीं UN यंग लीडर्स फॉर SDGs के प्रतिष्ठित जज पैनल की सदस्य | वैश्विक मंच पर भारत की दमदार उपस्थिति
Sanjana Sanghi becomes member of the prestigious judges panel of UN Young Leaders for SDGs | India's strong presence on the global stage
भारतीय अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता संजना सांघी ने एक और उल्लेखनीय उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र युथ ऑफिस द्वारा यंग लीडर्स फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) के पाँचवें कोहोर्ट के लिए डिस्टिंग्विश्ड जज पैनल में बतौर सदस्य नामित किया गया है।
यह प्रतिष्ठित पैनल दुनिया भर के यूएन प्रतिनिधियों, सिविल सोसाइटी, एंटरटेनमेंट और कॉर्पोरेट लीडर्स से मिलकर बना है, जो 17 असाधारण युवा लीडर्स का चयन करता है, जो सतत विकास लक्ष्यों के लिए कार्य कर रहे हैं।
🌍 वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त उपस्थिति
इस उपलब्धि के साथ संजना सांघी अब मलाला यूसुफजई, कोडी सिम्पसन, लिली सिंह, दिया मिर्ज़ा, और फॉरेस्ट व्हिटेकर जैसे विश्व प्रसिद्ध नेताओं की सूची में शामिल हो गई हैं।
🗣️ संजना ने क्या कहा?
“UN युथ ऑफिस द्वारा जज पैनल में चुना जाना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। मैं उन्हीं लोगों के साथ नामित हुई हूँ जिन्होंने मेरी यात्रा को प्रेरणा दी है। यह एक प्रमाण है कि आज के युवा केवल भविष्य के वारिस नहीं, बल्कि उसके निर्माता भी हैं।“
उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे पिछले वर्ष UN जनरल असेंबली के Summit of the Future में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधन देना उनके लिए एक ट्रांसफॉर्मेटिव अनुभव रहा।
👩🎓 यूथ एडवोकेसी में अग्रणी भूमिका
UNDP इंडिया युथ चैंपियन के रूप में संजना का कार्य पहले से ही युवा-नेतृत्व वाले सामाजिक नवाचार, बाल अधिकारों, महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता जैसे विषयों पर केंद्रित रहा है। उनका मजबूत और स्पष्ट दृष्टिकोण युवाओं के लिए आवाज़ बन चुका है।
🌟 महत्त्वपूर्ण बिंदु संक्षेप में:
संजना सांघी बनीं UN SDG Young Leaders Judges Panel की सदस्य
भारत की ओर से वैश्विक मंच पर प्रतिनिधित्व
मलाला, लिली सिंह, दिया मिर्ज़ा जैसे आइकन्स के साथ काम
यूएन जनरल असेंबली में Summit of the Future की मुख्य वक्ता
युवाओं को सशक्त बनाने और नीति निर्माण में भागीदारी की वकालत
🎯 निष्कर्ष:
संजना सांघी की यह नियुक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत के युवाओं की वैश्विक पहचान और भागीदारी का प्रतीक है। यह कदम दर्शाता है कि कैसे भारतीय युवा अब वैश्विक बदलाव की दिशा तय करने में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।