PM Modi की वैश्विक सक्रियता : एससीओ बैठक में चीन का स्वागत और पुतिन की भारत यात्रा की तैयारी
नई दिल्ली/बीजिंग/मॉस्को। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई गतिशीलता देखने को मिल रही है। जहां एक ओर चीन ने तियानजिन में होने जा रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के लिए पीएम मोदी के स्वागत का आधिकारिक ऐलान किया है, वहीं दूसरी ओर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आगामी भारत यात्रा को लेकर भी तैयारियां तेज़ हो गई हैं।

इन दो घटनाक्रमों ने वैश्विक कूटनीतिक मंच पर भारत की भूमिका को एक बार फिर केंद्र में ला दिया है। चीन बोला—’पीएम मोदी का एससीओ बैठक के लिए स्वागत है’ चीनी विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि वह इस साल 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तियानजिन में होने वाली एससीओ शिखर बैठक की मेज़बानी करेगा और इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेगा। विदेश “चीन तियानजिन एससीओ बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करता है। एससीओ के सभी सदस्य देशों के साथ 20 से अधिक देशों के नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। हमारा विश्वास है कि सभी पक्षों के प्रयासों से यह शिखर सम्मेलन सफल सिद्ध होगा और एससीओ अधिक एकजुट, समन्वित और गतिशील होकर विकास के नए चरण में प्रवेश करेगा।”
भारत और चीन के बीच हाल के वर्षों में संबंध कई बार तनावपूर्ण रहे हैं, विशेषकर सीमा विवाद के संदर्भ में। ऐसे में पीएम मोदी के इस बैठक में आमंत्रण और चीन द्वारा औपचारिक स्वागत की घोषणा, दोनों देशों के संबंधों में एक सकारात्मक संकेत मानी जा सकती है।
पुतिन की भारत यात्रा को लेकर तैयारियां तेज़, मोदी बोले—’उत्सुक हूं’ इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी हालिया बातचीत के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि वे इस साल के अंत में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की मेज़बानी के लिए उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा : “मेरी मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन पर ताज़ा घटनाक्रम साझा करने के लिए उनका धन्यवाद किया। हमने द्विपक्षीय एजेंडे में प्रगति की समीक्षा की और भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई।”




