Alert: सरकार ने लोगों से फर्जी ई-मेल और ई-नोटिस से सावधान रहने की अपील की

Government appeals to people to be cautious of fake e-mails and e-notices

नई दिल्ली, 26 अगस्त (वेब ​​वार्ता)। फर्जी ई-मेल और फर्जी ई-नोटिस से जुड़ी धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर लोगों को आगाह किया है कि वे ऐसे फर्जी ई-मेल और ई-नोटिस से सावधान रहें और इनका जवाब देने की बजाय तुरंत साइबर अपराध समन्वय केंद्र की वेबसाइट पर इसकी शिकायत करें। साइबर अपराध में शामिल शातिर साजिशकर्ता आम लोगों को ही निशाना नहीं बनाते, बल्कि गृह मंत्रालय की विभिन्न जांच एजेंसियों से जुड़े लोगों को भी ऐसे फर्जी ई-मेल भेजकर ठग रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार समय-समय पर लोगों को सलाह और चेतावनी जारी करती रहती है और उनसे ऐसे फर्जी ई-मेल और ई-नोटिस से सावधान रहने की अपील करती है। सरकारी सुरक्षा तंत्र ने एक बार फिर कहा है कि साइबर जालसाज विभिन्न जांच एजेंसियों की मुहर लगे अपने लेटर पैड पर फर्जी ई-मेल और ई-नोटिस भेजकर लोगों पर ‘बाल पोर्नोग्राफी’, बाल यौन शोषण और पोर्नोग्राफी जैसे कृत्यों में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं। इन फर्जी ई-नोटिस और ईमेल में दंडात्मक कार्रवाई की धमकी देकर इन लोगों से पैसे ऐंठे जा रहे हैं. नोटिस में कहा गया है कि आप अगले 24 घंटे में उनके निर्देशानुसार सहयोग करें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

जांच एजेंसियों का कहना है कि लोगों को ऐसे ईमेल और नोटिस का जवाब नहीं देना चाहिए और तुरंत जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी देनी चाहिए. उनका कहना है कि जांच एजेंसी कभी भी ऐसे ईमेल या ई-नोटिस नहीं भेजती है. ऐसे मेल या नोटिस मिलने पर लोगों को जांच एजेंसी को फोन करके जानकारी लेनी चाहिए कि क्या उन्हें ऐसा मेल मिला है या यह सही है. लोग ऐसे मेल की शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की वेबसाइट या नजदीकी पुलिस स्टेशन या पुलिस कंट्रोल रूम पर कर सकते हैं. सरकार ने भी पिछले साल जुलाई में विस्तृत एडवाइजरी जारी कर लोगों से ऐसे फर्जी मेल और ई-नोटिस से सतर्क रहने की अपील की थी।

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