
दिल्ली को औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त कराने में केजरीवाल सरकार जुट गई है। औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ सरकार की ओर से एक महीने तक लगातार अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने समीक्षा बैठक की। इस बैठक में डीपीसीसी, पर्यावरण विभाग, डीएसआईआईडीसी समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे | बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने बताया कि औद्योगिक प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 20 अक्टूबर से 20 नवंबर तक दिल्ली में औद्योगिक प्रदूषण के विरूद्ध अभियान चलाया जाएगा। दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के लिए डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमों की तैनाती की गई है | औद्योगिक अपशिष्ट की डंपिंग की निगरानी के लिए पूरी दिल्ली में पेट्रोलिंग टीम तैनात की गई है | मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली की 1753 पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया हैं | बैठक पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने बताया कि सर्दी के मौसम में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 29 सितम्बर को सीएम श्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 15 फोकस प्वाइंट पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की गई थी | दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी और उसके अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य शुरू हो गया है | डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 66 टीमें औद्योगिक इकाइयों के लगातार निरीक्षण के कार्य में तैनात की गई है | यह सभी टीमें दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों पर निगरानी रखने और उनके द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाने का कार्य करेगी | जिसकी रिपोर्ट समय-समय पर पर्यावरण विभाग को भेजी जाएंगी | डीपीसीसी की इस टीम को औद्योगिक इकाइयों द्वारा पर्यावरण नियमों के उल्लंघन करने पर सख़्त कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया हैं |