Yoga: अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस- अगर हर आदमी गरीबी चाहने लगे तो संसार स्वर्ग बन जायेगा, योग आधारित जीवन शैली से संभव – योग गुरु महेश अग्रवाल

International Poverty Alleviation Day - If every person starts desiring poverty then the world will become heaven, possible through yoga based lifestyle - Yoga Guru Mahesh Aggarwal.

आदर्श योग आध्यात्मिक केंद्र स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल ने बताया कि प्रति वर्ष 17अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैश्विक गरीबी से निपटना और उसे पूरी दुनिया से खत्म करना है। ताकि कोई भी इंसान गरीब और कुपोषित न रहे। योग गुरु अग्रवाल ने इस अवसर पर विशेष बताया कि क्या योग दुनिया की गरीबी की समस्या का समाधान कर सकता है? अगर हर आदमी गरीबी चाहने लगे तो संसार स्वर्ग बन जायेगा। लेकिन यहाँ तो हर कोई अमीर बनने की कोशिश में जी-जान से लगा हुआ है। सभी कालों में, सभी देशों के सन्तों ने कहा है कि सच्चे व्यक्ति का जीवन आत्म स्वीकृत गरीबी से भरा जीवन होना चाहिये। वस्तुतः निर्धनता शब्द को सरलता में बदल देना चाहिये। जीवन में सरलता का मतलब हुआ- अपनी न्यूनतम आवश्यकताओं और सीमित सुविधाओं के हिसाब से जीवन निर्वाह करना ।
अपनी भौतिक जरूरतों को बढ़ाते ही तुम अपने आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन स्तर में अनेक जटिलताएँ पैदा कर लेते हो। कहा गया है कि एक ऊँट का सुई के छेद से निकल जाना आसान है, लेकिन एक धनवान आदमी का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश पाना कठिन है। व्यक्ति जब धनवान बन जाता है तब उसका दिमाग निष्क्रिय हो जाता है। दौलत इंसान के लिये अफीम है। इसलिये सीमित आवश्यकताओं में जिन्दगी बिताने की भरपूर कोशिश करनी चाहिये। आजकल अधिकतर देश गरीबी दूर करने का कठिन प्रयत्न कर रहे हैं। वे अपनी जनता का जीवन स्तर ऊपर उठाने में लगे हैं। मगर मैं सोचता हूँ कि सारी प्रक्रिया को उलट देना चाहिये, वापस चलो- गरीबी, सरलता और प्राकृतिक जीवन की ओर।

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