खेती-किसानों पर बढ़ा महंगाई का भार
✍️ दैनिक हमारा मैट्रो, बड़वानी
डीएपी, पोटाश व एनपीके खाद के भावों में उछाल
बड़वानी। रबी फसल की कटाई समाप्त होने के साथ अब खरीफ की तैयारी में जुटे किसानों के सामने महंगाई के भार ने चिंता बढ़ा दी है। इसका कारण इस हाल हाल में डीएपी, पोटाश व एनपीके जैसी खाद के दामों में खासी वृद्धि हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 1200 रुपए बोरी मिलने वाला डीएपी अब 1350 रुपए हो गया है। वहीं एक हजार रुपए बोरी मिलने वाला पोटाश का भाव बढ़कर सीधे 1700 रुपए और एनपीके खाद भी 1250 रुपए प्रति बोरी से बढ़कर अब 1470 रुपए तक बढऩे के आसार है। सुपर फास्फेट पहले 270 प्रति बोरी था, जो अब 3
फिलहाल विभाग की ओर से इनके भावों का निर्धारण नहीं किया गया है। हालांकि किसान संघ की माने तो डीएपी, एनपीके से लेकर पोटाश के दामों में काफी वृद्धि हुई है।। इससे किसानों को तगड़ा झटका लगा है। बता दें कि गत दिनों ही भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधि मंडल भोपाल में प्रदेश कृषि मंडी कमल पटेल से मिला था और मुख्य रुप से खेती की लागत बढऩे, खाद-बीज के दाम बढऩे से अवगत करवाया था। किसानों का कहना हैं कि बीते दो वर्ष से लॉकडाउन में ग्रीष्मकालिन फल-सब्जी से लेकर अन्य फसलों की काफी नुकसानी हुई है। इस बार कोरोना का असर थमने पर किसान खरीफ सीजन की फसलों की सफाई कर नई फसल लगाने की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि डीएपी के बढ़े दाम से झटका लगा है। साथ ही आगामी दिनों में एनपीके, पोटाश आदि के दाम बढऩे की बात कही जा रही है।