
दिल्ली के स्कूलों में उभरती खेल प्रतिभाओं को निखारने और छात्रों को अपने खेल कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करने के लिए, केजरीवाल सरकार हर साल दिल्ली राज्य स्कूल खेलों का आयोजन करती है। इस श्रृंखला में खेल मंत्री आतिशी ने गुरुवार को छत्रसाल स्टेडियम में ‘दिल्ली स्टेट स्कूल गेम्स’ 2023-24 का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “बच्चों को अक्सर खेल और अन्य को-करिकुलर एक्टिविटीज़ में शामिल होने के बजाय केवल अपनी पढ़ाई पर फोकस करने की सलाह दी जाती है। लेकिन, मैं ऐसा सोचने वाले सभी पैरेंट्स को बताना चाहूंगी कि हमारे बच्चे अक्सर तब अधिक ज्ञान प्राप्त करते हैं जब वे खुद को कक्षाओं तक सीमित रखने के बजाय खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा, “खिलाड़ी बनना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। जब हम दर्शकों के रूप में नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु और मैरी कॉम जैसे एथलीटों को भारत के लिए पदक जीतते हुए देखते हैं, तो हम उस विशेष दिन पर उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को याद करते हैं, लेकिन उसके पीछे की हम वर्षों की उनकी मेहनत को नहीं देखते है ।” एक खिलाड़ी बनना आसान नहीं है और इसके लिए समर्पण और मेहनत की ज़रूरत होती है। चाहे वह भाला फेंकने वाला हो, रिले रेसर हो, मुक्केबाज हो, पहलवान हो, क्रिकेटर हो या तैराक हो, सभी अपने खेल की तैयारी के लिए दिन और रात समर्पित करते हैं। तभी वे राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाम को हासिल कर पाते हैं।”
खेल मंत्री आतिशी ने आगे कहा कि, एथलीटों के जीवन में सुस्ती की कोई जगह नहीं है और वे एक दिन की ट्रेनिंग भी मिस करने का जोखिम नहीं ले सकते है। इसलिए, किसी भी उभरती खेल प्रतिभा के लिए खेल भी शिक्षा की तरह ही महत्वपूर्ण हैं।