बहु प्रतिभा की धनी शशिप्रभा तिवारी महाराजा विक्रमादित्य सीनियर फेलोशिप के लिये हुई चयनित
Multitalented Shashiprabha Tiwari selected for Maharaja Vikramaditya Senior Fellowship
हमारा मैट्रो संवाददाता
दिल्ली। संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा महाराजा विक्रमादित्य सीनियर फेलोशिप 2023 के लिए शशिप्रभा तिवारी का चयन किया गया है। यह अध्येतावृति उन्हें संस्कृति के क्षेत्र में एक वर्ष तक शोधकार्य करने के लिए प्राप्त हुई है। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी परिपत्र में इस शोधकार्य के लिए चार लाख अस्सी हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गयी है। शशिप्रभा बीआईटी मेसरा रांची से स्कूलिंग करने के बाद विमेंस कालेज रांची से वनस्पति विज्ञान में स्नातक ऑनर्स की डीग्री प्राप्त की हैं। रांची विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर एवं पत्रकारिता में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर हैं। नेशनल म्यूजियम नई दिल्ली से ‘इंडिया: आर्ट एंड कल्चर‘ की हैं। अपने विद्यार्थी जीवन से ही आकाशवाणी एवं दूरदर्शन रांची से संबद्ध रही हैं।
तीन दशकों से राष्ट्रीय स्तर पर विविध विधाओं में अनेक समाचार पत्र-पत्रिकाओं के लिए सृजनात्मक एवं विश्लेषणात्मक लेखन कार्य में संलग्न रही हैं। हिन्दी अकादमी दिल्ली के सहयोग से पहला काव्य संग्रह ‘पंख‘ वर्ष-2011 में प्रकाशित हुआ। कला साधना के वटवृक्ष 2018 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित है। वर्ष 2021 में आपकी पुस्तक ‘शास्त्रीय नृत्यकारों से अंतरंग संवाद‘ प्रकाशित हुई जिसको उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान उत्तर प्रदेश शासन द्वारा विद्यानिवास मिश्र सम्मान से पुरस्कृत किया गया है। तीन हजार से भी अधिक आलेख लिखने वाली स्तंभकार अनेक पुस्तकों के लिए संपादन कार्य भी किया है जैसे – भारतीय कला दर्शन, स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज, अनभै, संस्कृति कुंभ, महाकुंभ एवं संगम स्नान, अर्घ्य और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की पत्रिका विहंगम की उप संपादक रही हैं।

शशिप्रभा अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हैं जिनमें विद्यानिवास मिश्र सम्मान उत्तर प्रदेश शासन, बेस्ट क्रिटिक नेशनल अवार्ड, आचार्य अभिनव गुप्त सम्मान, शब्द शिल्पी सम्मान, सांस्कृतिक सम्मान, राजीव रत्न सद्भाव सम्मान, नादब्रह्म शिरोमणि सम्मान आदि से सम्मानित हैं। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड, सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार की सदस्य हैं। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति सदस्य हैं। आकाशवाणी नई दिल्ली की कलाकार चयन समिति सदस्य रह चुकी हैं। मध्य प्रदेश शासन की राष्ट्रीय पुरस्कारों और कलाकारों की चयन समिति सदस्य हैं। भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं। ‘गगनांचल‘ इंडिया हेरिटेज डेस्क‘ ‘संगना‘ ‘कादम्बिनी‘ ‘मध्यप्रदेश संदेश‘ ‘भारतीय धरोहर‘ ‘नवोत्थान‘ ‘अपनी रांची‘, ‘आज‘, प्रभात खबर, न्यू मैसेज, रॉची एक्सप्रेस, ‘हिन्दुस्तान‘, राष्ट्रीय सहारा‘, ‘नवभारत टाइम्स‘, ‘दैनिक जागरण‘, ‘अमर उजाला‘, ‘नई दुनिया‘, ‘नेशनल दुनिया‘, ‘रंग-प्रसंग‘, ‘नमस्कार‘, ‘स्वागत‘, ‘युगसेतु‘, ‘संस्कृति संवाद‘, ‘सामयिक मीमांसा‘, ‘संस्कार‘, ‘प्रजातंत्र लाइव‘ ‘दैनिक राष्ट्रीय उजाला‘, शुभयत्रा आदि समाचार पत्र पत्रिकाओं में अनेक आलेख प्रकाशित हैं। ।
ग्यारहवें विश्व हिंदी सम्मेलन मॉरीसस में सरकारी प्रतिनिधिमंडल सदस्य रहीं हैं। दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल और नौवें विश्व हिंदी सम्मेलन जोहनसबर्ग दक्षिण अफ्रीका की सरकारी प्रतिनिधिमंडल सदस्य के रूप में यात्रा कर चुकी हैं। इंडियन विमेंस प्रेस कॉर्प नई दिल्ली और दिल्ली पत्रकार संघ नई दिल्ली एवं ब्रुसेल्स तथा प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली की सदस्य हैं। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से वर्ष 2015 में ‘भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत और परंपराएं‘ के अंतर्गत फेलोशिप मिल चुकी है। बहुआयामी प्रतिभा की धनी शशिप्रभा तिवारी जनसत्ता में सत्रह वर्षों तक एवं दैनिक जागरण समाचार पत्र में नियमित लेखन करती रही हैं।
आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के लिए अनेक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया है। देश विदेश की अनेकों सरकारी यात्राएं कर चुकी हैं। विशेषज्ञ के रूप में अनेक मंचों से अपना पत्र प्रस्तुत कर चुकी हैं।