Ministry of Science & Technology: वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला ने जल की गुणवत्ता आश्वासन और भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) के प्रसार पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।

Council of Scientific and Industrial Research-National Physical Laboratory organised a one day workshop on Water Quality Assurance and Dissemination of Bharatiya Nirdeshak Dravya (BND).

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) ने 19 जुलाई 2024 को ‘एक सप्ताह एक थीम- रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स’ पहल के तहत एक कार्यशाला आयोजित की, जिसमें जल की गुणवत्ता आश्वासन और भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) के प्रसार पर ध्यान केंद्रित किया गया।

मुख्य भाषण सीएसआईआर-एनपीएल के वरिष्ठतम वैज्ञानिक डॉ. एसआर धकाटे ने दिया। कार्यशाला की संयोजक डॉ. एस. स्वरूप त्रिपाठी ने कार्यशाला के विषय के बारे में जानकारी दी और इस बात पर जोर दिया कि भारतीय निर्देशक द्रव्य का उपयोग करके जल की गुणवत्ता आश्वासन कैसे किया जा सकता है। प्रमाणित संदर्भ सामग्री (सीआरएम) जिसे ‘भारतीय निर्देशक द्रव्य’ के रूप में ब्रांडेड किया गया है, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशालाओं के परीक्षण और अंशांकन का समर्थन करती है।

जल शक्ति मंत्रालय के निदेशक श्री प्रदीप सिंह ने भारत में जल गुणवत्ता प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे जल गुणवत्ता नियंत्रण कार्यक्रम की मैपिंग को समझाया और दिखाया। श्री अजय तिवारी, प्रमुख, प्रयोगशाला नीति एवं नीति विकास बीआईएस ने पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर में बीआईएस की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे बीआईएस के तहत परीक्षण प्रयोगशाला पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर के परीक्षण में शामिल है। सीएसआईआर-एनपीएल ने भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) गतिविधियों का अवलोकन प्रदान किया, जिसमें विभिन्न वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुप्रयोगों में माप के मानकीकरण और सटीकता को सुनिश्चित करने में उनके महत्व पर चर्चा की गई।

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