National: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत के प्रसारण उद्योग का दृढ़ संरक्षक है: केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर

Ministry of Information and Broadcasting steadfast guardian of India's broadcasting industry: Union Minister Shri Anurag Thakur

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज नई दिल्ली में प्रसारण और मीडिया प्रौद्योगिकी पर आयोजित 28वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उद्घाटन सत्र के दौरान दर्शकों को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत के प्रसारण उद्योग का एक दृढ़ संरक्षक रहा है, जिसने इसे परिवर्तन की बयारों के बीच समझदारी और दूरदर्शिता के साथ संचालित किया है। सार्वजनिक सेवा प्रसारण को बढ़ावा देने, समावेशी नीतियों को डिजाइन व लागू करने, मीडिया से जुड़ी जागरूकता पहल और प्रसारण एवं मीडिया उद्योग में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता ने भारत में एक जीवंत, समावेशी और सुदृढ़ प्रसारण एवं मीडिया इकोसिस्टम की नींव रखी है, जो विविधतापूर्ण, सूचनात्मक और जिम्मेदार है।

केन्द्रीय मंत्री ने हमारे देश की विविध जरूरतों को पूरा करने वाली गुणवत्तापूर्ण कंटेंट प्रदान करने हेतु सार्वजनिक सेवा प्रसारण को मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि देश को अपनी सांस्कृतिक विरासत के समृद्ध कैनवस को पहचानते हुए अपना अनूठा मार्ग बनाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि प्रसार भारती ने हमारे देश की कहानी को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, “दूरदर्शन की दानेदार काली-सफ़ेद स्क्रीन से लेकर इसके एचडी एवं अब 4के डिजिटल बदलाव तक, एनालॉग मीडियम वेव से लेकर डीआरएम और अब आकाशवाणी के एफएम तक, दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो की विविधतापूर्ण प्रोग्रामिंग ने देश की कई पीढ़ियों को सूचित, शिक्षित और मनोरंजन करने का दायित्व निभाया है। एनालॉग युग से लेकर आज के बहुआयामी डिजिटल परिदृश्य तक, हमारे प्रसारकों ने दृढ़ता, नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ अपना रास्ता तय किया है।”

श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि तकनीकी तौर पर उन्नत होने में अवसर और चुनौतियां दोनों हैं और कई प्लेटफार्मों पर उच्च-गुणवत्ता वाले व वैयक्तिकृत कंटेंट की मांग बढ़ रही है। इस उद्देश्य से, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले प्रसारण उपकरण विकसित करना एक अनिवार्यता बन गया है। यह कहते हुए कि स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करने, हमारी वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारने और उद्योग व शिक्षा जगत के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे आज के प्रयास आत्मनिर्भर प्रसारण के हमारे सपने की सफलता को निर्धारित करेंगे। मंत्री महोदय ने कहा कि नई डायरेक्ट टू मोबाइल (डी2एम) प्रौद्योगिकियां न केवल टेलीविजन पर बल्कि हैंडहेल्ड उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, पैड आदि पर भी, किसी भी समय, टेरेस्ट्रियल प्रसारण के लिए मजेदार कंटेंट प्रदान करती हैं और वह भी बिना किसी इंटरनेट की आवश्यकता के। हमें नेक्स्ट जेन ब्रॉडकास्टिंग जैसे प्रसारण के नए विकल्पों को तलाशना और अपनाना चाहिए, जो न केवल हमारे समाज के सभी वर्गों तक व्यापक पहुंच सुनिश्चित करेगा, बल्कि लगातार विकसित हो रहे उपयोगकर्ता अनुभव के लिए उत्प्रेरक के रूप में भी काम करेगा।

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