Ghaziabad: स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस पर निकली शोभा यात्रा एवं हुई श्रद्धांजलि सभा
Procession procession and tribute meeting held on Swami Shraddhanand Martyrdom Day
अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस के अवसर पर आर्य समाज मंदिर पुराना गांधीनगर एवं शम्भू दयाल दयानंद वैदिक संन्यास आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी का बलिदान दिवस पूर्ण श्रद्धा भाव से मनाया गया।भव्य शोभायात्रा सन्यास आश्रम से चलकर आर्य समाज मंदिर, पुराना गांधीनगर पहुंची।महायज्ञ का आयोजन स्वामी सूर्यवेश जी के ब्रह्मत्व में सम्पन्न हुआ श्रद्धांजली सभा में भजनोपदेशक महाश्य सुरेन्द्र,नरेश चन्द्र आर्य, प्रदीप सिंह एवं शिव गुप्ता ने सुन्दर भजनों द्वारा स्वामी श्रद्धानंद जी के सेवा कार्य एवं बलिदान गाथा का वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए।
मुख्य अतिथि नगर विधायक अतुल गर्ग ने स्वामी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जी का बलिदान हर भारतीय को सदा याद रखना चाहिए।उन्होंने आगे कहा आर्य समाज गांधीनगर उनके सेवा एवं शिक्षण कार्यों को आज भी आगे बढ़ा रहा है,यह बहुत ही प्रशंसनीय हैं।आज आवश्यकता है कि हम जातिवाद से हटकर स्वामी श्रद्धानंद जी के सिद्धांतों का पालन करें और राष्ट्र को मजबूत करें। पार्षद नीरज गोयल ने भी स्वामी श्रद्धानंद जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्य वक्ता वैदिक विद्वान डॉ वीरपाल विद्यालंकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द जी का जीवन भटकते लोगों के लिये प्रकाश पुंज के समान है।हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देश की एकता अखंडता के लिये कार्य करना चाहिए,यह गर्व की बात है कि आर्य समाज के लोगों में देश भक्ति का जज्बा कूट कूट कर भरा हुआ है जो अत्यंत प्रशंसनीय है।स्वामी श्रद्धानन्द राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की ज्वलंत मिसाल थे।स्वामी श्रद्धानन्द ने विश्व बंधुत्व का जो संदेश हम सबको दिया तथा नैतिकता का पाठ पढ़ाया वह केवल भारत के पास है,पूरे विश्व मे ओर कहीं नहीं मिलेगा।