Ghaziabad: आर्य समाज संजय नगर में अथर्ववेद परायण महायज्ञ हर्षोल्लास से संपन्न

Atharvaveda based Mahayagya completed with joy in Arya Samaj Sanjay Nagar

यज्ञ के ब्रह्मा गुरुकुल बरनावा के आचार्य जयवीर शास्त्री ने यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत अपने उद्बोधन में लोगों को बताया कि जो लोग विद्वान,धर्मात्मा,सज्जनों के साथ मिलकर यज्ञ आदि उत्तम कर्म करते हैं वह दुखों से,दुर्गुणों से,दुर्व्यसनों से बचे रहते हैं और सुख की प्राप्ति करते हैं।वेद पाठ विश्ववारा कन्या गुरुकुल की ब्रह्मचर्णियों एवं अंकुर भारद्वाज द्वारा हुआ। हरियाणा से पधारी सुप्रसिद्ध भजनोपदेशिका अंजली आर्या, अंकुर भारद्वाज एवं गुरुकुल लक्षाग्रह की ब्रह्मचर्णियों ने अपने मधुर भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने बताया कि हमें भाषा,भूमि और सभ्यता की रक्षा करनी होगी।शास्त्र एवं शस्त्र दोनों का प्रयोग राष्ट्रहित में करना होगा। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के कोषाध्यक्ष माया प्रकाश त्यागी ने सार्वदेशिक सभा के अंतर्राष्ट्रीय प्रधान स्वामी आर्य वेश का संक्षिप्त परिचय दिया और कुछ देश विदेश के संस्मरण सुनाए।उन्होंने स्वामी दयानंद की 200 वीं जयंती पर उनके द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश ग्रंथ को पढ़ने का आह्वान किया।
मुख्य वक्ता स्वामी आर्यवेश ने वैदिक धर्म एवं सामाजिक समरसता सम्मेलन में अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि ईश्वर सबकी आत्माओं में विद्यमान है,अंतर्मुखी होकर उससे सात्विक बुद्धि की प्रार्थना करने से कुछ ही दिनों में व्यवहार में फर्क नजर आएगा,कुटिल विचारों पर नियंत्रण होगा,विचारों में विनम्रता आएगी,समाज में सम्मान मिलेगा।गलती होने पर प्रायश्चित करो, स्वयं की भूल सुधारने के लिए यह आवश्यक है।उन्नति का यह प्रथम उपाय है।जीवन की वैतरणी आराम से पार करेंगे।उन्होंने बताया कि चार बाते जीवन में धारण करने से जीवन सफल होगा।परोपकार की भावना,यज्ञ को जीवन से जोड़ें,श्रद्धा को धारण करें और शुभसंकल्प करें,जीवन सफल हो जायेगा।
यति नरसिम्हानन्द सरस्वती ने कहा कि यज्ञ हमारे जीवन में हो तो यह हमारा सौभाग्य है। महर्षि दयानंद सरस्वती के महायज्ञ में सम्मलित होना सौभाग्य है उनके अनुयाइयों को नमन करते हुए बोले कि सत्य और न्याय के लिए जितना संघर्ष दयानंद और श्रद्धानन्द ने किया है वह अतुलनीय है।उनसे प्रेरणा लेकर हजारों क्रांतिकारी बने उनसे सबक लेना चाहिए,उन्होंने हिन्दू जाति की घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की। मंच का कुशल संचालन यशस्वी प्रधान सेवा राम त्यागी ने किया, उन्होंने दूर दराज से पधारे आर्य समाजों के अधिकारियों और सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री स्वामी आदित्यवेश,स्वामी ब्रह्मानंद,विधायक अजीत पाल त्यागी,पार्षद उमेश नगर,सुभाष त्यागी,डॉ प्रमोद सक्सेना,डॉ प्रतिभा सिंघल,प्रदीप आर्य, हर्ष भाटिया,वी के धामा, सत्य पाल आर्य,हरबीर सिंह,सुमन चौहान, लक्ष्मण चौहान,रामेश्वर शास्त्री, श्रीपाल त्यागी प्रेम दत्त त्यागी मुकेश त्यागी,विनोद त्यागी, सत्यपाल आर्य,राम निवास शास्त्री,नरेश प्रसाद एवं प्रवीण आर्य आदि उपस्थित रहे

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