Yoga: योग जीवन जीने की कला है-डा राज कुमार योगाचार्य

Yoga is the art of living - Dr. Raj Kumar Yogacharya

गाजियाबाद,शुक्रवार, को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम लखनऊ (भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के नियंत्रणाधीन) एवं शंभु दयाल दयानन्द वैदिक सन्यास आश्रम, गाजियाबाद के संयुक्त तत्वावधान में महायज्ञ एवं योग सम्मेलन का आयोजन दयानन्द नगर स्थित सन्यास आश्रम में किया गया।योगी प्रवीण आर्य के ब्रह्मत्व में महायज्ञ संपन्न हुआ।उन्होंने यज्ञोप्रांत यज्ञ और योग पर चर्चा की। सुप्रसिद्ध भजनोपदेशिका ऋचा गुप्ता,नरेश चन्द्र आर्य के योग गीतों को सुनकर श्रोता झूम उठे।  योग सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।डा राज कुमार योगाचार्य ने म्यूजिक के साथ सूर्य नमस्कार,गोमुखासन, पद्मासन,शीर्षासन, गरुडा़सन, धनुर्रासन का अभ्यास कराया व इसके लाभों की चर्चा करते हुये बताया कि योग जीवन जीने की कला है। सन्यास आश्रम के ब्रह्मचारियों का व्यायाम प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहे। योगी दानवीर विद्यालंकार ने ताड़ासन, कटिचक्रासन,कंधों के सूक्ष्माभास कराए और लाभों की चर्चा की।उन्होंने ध्यान पर चर्चा करते हुए बताया कि यम नियम आज बहुत जरूरी है ध्यान को स्थिर करने में उपयोगी है।मन का निर्विषय हो जाना ध्यान है। समाज सेवी सुभाष गर्ग ने कोरोना काल के ऑनलाइन व फिजिकली योग कक्षा के संस्मरण सुनाए तथा बताया कि रात को टूथ ब्रश करके सोना चाहिए इससे दांत सुरक्षित रहते हैं। मुख्य वक्ता डा गिरीश चन्द्र गौड़ (पूर्व विशेष सलाहकार आयुष मंत्रालय भारत सरकार) ने कहा की आज पूरे विश्व में आयुर्वेद और योग का डंका बज रहा है।उन्होंने धनतेरस पर बताया कि महाराज धनवंतरी आयुर्वेद के जनक हैं।योग और आयुर्वेद की घनिष्ठता पर चर्चा की तथा स्वस्थ रहने की टिप्स देते हुए कहा इनको जीवन में अपनाने से आप स्वस्थ रह सकते हैं। समारोह अध्यक्ष बालेश्वर त्यागी (पूर्व गृहमंत्री एवं शिक्षा मंत्री राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) ने अपने  अध्यक्षीय उद्बोधन में आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आनन्द धन सम्पदा में नहीं है मन की दशा में है।आज मनुष्य कैसे स्वस्थ रहे? इसके लिए जनमानस की रुचि योग और आयुर्वेद में बढ़ी है।उन्होंने गुरुकुलिये शिक्षा प्रणाली को अपनाने पर बल दिया। समारोह संयोजक डा अग्निदेव शास्त्री ने मंच का कुशल संचालन किया।  आश्रमाचार्य जितेन्द्र आर्य ने दूर दराज से पधारे लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री पार्षद नीरज गोएल (मुख्य अतिथि) केके अरोड़ा (अध्यक्ष अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान) डा प्रमोद सक्सेना,मंगल सिंह चौधरी,वेद व्यास,त्रिलोक शास्त्री, आशा आर्या, सत्य पाल आर्य आदि उपस्थित रहे।

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