गीत- आजादी का जश्न मनायें
लाल बिहारीलाल
आजादीका जस्न मनायें,
आओंमिलकर हम और आप
इसेअच्छून बनायें आज,
आओंमिलकर हम और आप
आजादीका जस्न मनायें…….,
कहींगोला कहीं बम चले थें
कितनोके ही दम निकले थें
तब जाकेअंग्रैज यहाँ से
देखोंभागे कर बाप रे बाप
आजादीका जस्न मनायें…….,
नियमकानून सब ध्वस्त हो गये
जोजागे थो वो भी सो गये
जनताकर रही थी त्राहि-त्राहि
तबमुक्ति दिलाये गांधी सुभाष.
आजादीका जस्न मनायें…….,
कहाजा रहा देश सोंचे हम
लूटखसोट को करे ध्वस्त हम
औरों केलिए बोये न कांट,
महकाये,गुलशनमें सुवास
आजादीका जस्न मनायें…….,
कब तकयू. खामोश रहेगे
दुश्मनको भी कुछ न कहेगे
आओं लालसंग बैरी भगाये
मिलकरआज हम और आप
आजादीका जस्न मनायें…….,