राजस्थानी हवाओं से क्षेत्र में बनने लगी पाले की स्थिति
-कृषि विशेषज्ञों ने जारी की एडवाइजरी, अधिक ठंडी से पौधे झुलसने की आशंका
✍️इम्तियाज खान✍️
बड़वानी। गर्मी के लिए विख्यात निमाड़-अंचल का बड़वानी जिला इस समय राजस्थान की सर्द हवाओं से ठिठुरने पर मजबूर हो गया है। सोमवार दिनभर सर्द हवाएं तापमान में एकाएक कमी आ गई है। इससे पाला पडऩे की संभावनाएं तेज हो गई है। ऐसे में कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों ने फसलों के बचाव के लिए किसानों को एडवाइजरी जारी की है।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि सर्दी के मौसम में पाला पडऩे पर पौधों में पानी का जमाव हो जाता है। इससे कोशिकाएं फट जाती है और पौधों की पत्तियां सूख जाती है। इससे भारी नुकसानी होती है। बता दें कि पश्चिम विक्षोभ का असर खत्म होने ही आसमान साफ हो गया हैं, लेकिन शीतलहर चलने से बीते 24 घंटे के दौरान दिन का तापमान छह, तो रात्रि का तापमान सात डिग्री तक लुढ़क गया है। इससे सीजन में चौथी बार न्यूनतम तापमान फिर 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। सोमवार को दिनभर सर्द हवाओं का जोर रहा। सुबह सूर्याेदय के समय कोहरे की धुंध रही। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी चार-पांच दिन के दौरान ठंड का असर बरकरार रहेगा। हालांकि बारिश-बूंदाबांदी के कोई आसार नहीं है।
इस तरह फसलों पर प्रभाव पड़ता है
✅ पाले के प्रभाव से पौधो की कोशिकाओं में जल संचार प्रभावित होता है।
-✅ प्रभावित फसल व पौधे का बहुभाग सूखने से रोग व कीट का प्रकोप बढ़ता है।
✅ पाले के प्रभाव से फल और फूल नष्ट हो जाते है।
✅ सबसे अधिक सब्जी फसलों में पाले से नुकसानी होती है।
इस तरह करें बचाव
✅ पाला पडंने की संभावना होने पर खेत में सिंचाई करें।
✅ पर्याप्त नमी होने से फसलों में नुकसान की सम्भावना कम होती है।
✅ पाला पडऩे की संभावना होने पर खेत की मेढ़ों पर रात्रि में धुआ करें।
✅ फसलों में जल विलेय सल्फर 80 प्रतिशत की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ की दर से पर्णीय छिडकाव करें।
✅ फसलों पर जल विलेय उर्वरक एनपीके 18:18:18 और एनपीके 00:52:34 की एक किलोग्राम की मात्रा प्रति एकड़ दर से पर्णीय छिडकाव करें।
चार दिन में ऐसा रहा तापमान
दिनांक- अधिकतम- न्यूनतम
21 जनवरी- 28.4- 11.7
22 जनवरी- 28.0- 12.9
23 जनवरी- 28.6- 15.6
24 जनवरी- 22.2- 8.8